RBI Monetary Policy: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट (Repo Rate) में 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. इसको लेकर RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा की है.
नई दिल्ली || भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की मीटिंग खत्म होने के बाद RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में बढ़ोतरी घोषणा की है. RBI गवर्नर ने बताया कि, रेपो रेट (Repo Rate) में 50 बेसिस पॉइंट्स का इजाफा किया गया है. जिसके कारण रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. देश में बढ़ती महंगाई को काबू करने के लिए RBI लगातार रेपो रेट में इजाफा कर रहा है. इससे पहले 5 अगस्त 2022 को भी RBI ने रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की बढोत्तरी की थी. वहीं RBI ने वित्त वर्ष 2022-23 (FY23) के लिए अपने GDP ग्रोथ का अनुमान को 7 प्रतिशत कर रखा है.
मई 2022 से अभी तक RBI रेपो रेट में चार बार बढोत्तरी कर चुका है. जिसके चलते रेपो रेट 5.40 प्रतिशत से 5.90 प्रतिशत पहुंच गया है. कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद लगभग सभी देशों की अर्थव्यवस्था महंगाई की मार झेल रही है. जिसके कारण सेंट्रल बैंकों लगातार ब्याज दरों में इजाफा कर रहे है. कुछ समय पहले ही अमेरिकी फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया था.
RBI के इस निर्णय से बैंक कर्ज और अन्य EMI महंगी हो जाएगीं, क्योंकि रेपो रेट में बढ़ोतरी के कारण बैंकों की बोरोइंग कॉस्ट बढ़ जाएगी. रेपो रेट वह दर है, जिस पर RBI बैंकों को लोन देता है. जिसके चलते बैंक ग्राहकों को मिलने वाले लोन को महंगा कर देंगे.