भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के खिलाफ पहलवान जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे है. कल कुछ पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और कुछ कोच पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. वहीं पहलवानों ने महासंघ के कामकाज पर भी सवाल उठाए है.
नई दिल्ली, डेस्क || भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) के खिलाफ 30 से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के भारतीय पहलवान जंतर-मंतर (दिल्ली) पर धरना दे रहे है. प्रदर्शन में शामिल पहलवानों की आंखों में आंसू और चेहरे पर नाराजगी देखने को मिल रही है. प्रदर्शन में बजरंग पूनिया (Bajrang Punia), साक्षी मलिक (Sakshi Malik), विनेश फोगाट (Vinesh Phogat), सरिता मोर (Sarita Mor) और सुमित मलिक (Sumit Malik) जैसे बड़े पहलवान शामिल हैं. इन्होंने WFI अध्यक्ष और कुछ अन्य कोच पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न, अभद्रता जैसे कई गंभीर आरोप लगाए है.
जबकि इन आरोपों पर भारतीय कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) का कहना है कि, “आरोप सही साबित होने पर वो फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं.” आपको बता दें, प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और कुछ कोचों पर महिला रेसलर्स के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. इसके अलावा पहलवानों ने कुश्ती महासंघ नए-नए नियम बनाकर खिलाड़ियों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था.
वहीं खेल मंत्रालय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए, कुश्ती महासंघ से आरोपों पर 72 घण्टों में जवाब दाखिल करने को कहा है. इसी के साथ मंत्रालय ने 18 जनवरी से लखनऊ में होने वाले वूमन नेशनल रेसलिंग कैंप (Women’s National Wrestling Camp) को रद्द करने का निर्णय लिया है. मंत्रालय का कहना है कि, “यह मामला एथलीटों की भलाई से जुड़ा है, ऐसे में इस पर जल्द से जल्द कार्यवाही होनी चाहिए.” इसके अलावा दिल्ली महिला आयोग (Delhi Women’s Commission) ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है.