Odisha Train Accident: ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद से ही सियासत तेज हो गई है. शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि, जल्द ही हादसे में हुई मौतों को एक्ट ऑफ गॉड करार दे दिया जाएगा.
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || शुक्रवार शाम ओडिशा के बालेश्वर में हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 288 तक पहुंच गई है. वहीं 1100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे है, जिनमें से कई की हालत गंभीर है. हालांकि, इस भयानक भारत रेल हादसे को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. हादसे के बाद से विपक्षी दल लगातार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग कर रहा है. वहीं उद्धव गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल उठाया हैं.
प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “कुछ लोगों के अनुसार एक मंत्री के रूप में उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए क्योंकि संकट के इस समय में उनकी जरूरत है. उसी तर्क से इस इलाके को संभालने वाले किसी भी वरिष्ठ रेलवे अधिकारी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए क्योंकि उनका इनपुट बहुत महत्वपूर्ण है. अगर हम एक तर्क के रूप में निरंतरता का हवाला देते रहे तो केवल जूनियर स्तर के कर्मचारियों को जवाबदेही के लिए दंडित किया जाएगा. जल्द ही इस हादसे में हुई 288 लोगों की मौत के मामले को एक्ट ऑफ गॉड करार दे दिया जाएगा.”
वहीं इससे पहले घटनास्थल पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमन्त्री ममता बनर्जी के बीच मृतकों के आंकड़े को लेकर बहस देखने को मिली थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी मौतों का आंकड़ा 500 बताया था. जिस पर रेल मंत्री ने उन्हें टोकते हुए ममता बनर्जी के दावे को खारिज कर बताया कि, अभी तक 238 मौतें हुई हैं.
ममता बनर्जी ने घटनास्थल का दौरा कर इस दुर्घटना को दुखद बताया था. उनके अनुसार, यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है, इससे पहले 1981 में भी ऐसा ही हादसा हुआ था. इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता.