डिजिटल डेस्क || बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध को सिद्धार्थ गौतम (Gautama Buddha) के नाम से भी जाना जाता है. महात्मा बुद्ध का जन्म लुंबिनी (आधुनिक नेपाल) में 563 ईसा पूर्व और 480 ईसा पूर्व के बीच एक राज परिवार में हुआ था. ऐश-आराम का त्याग कर उन्होंने शांति और ज्ञान के मार्ग को समझने की कोशिश करते हुए अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू की थी. कई वर्षों के ध्यान और आध्यात्मिक अभ्यास के बाद, सिद्धार्थ गौतम ने बोधगया (भारत) में एक बोधि वृक्ष के नीचे बैठकर ज्ञान प्राप्त किया. महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं का दुनिया के लाखों लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ा है.
बौद्ध परपराओं के अनुसार, सिद्धार्थ गौतम (Gautama Buddha) की मां (रानी माया) को सपने में एक सफेद हाथी (छह दांत वाला) उनके गर्भ में प्रवेश करता हुआ दिखाई दिया था. जिसका अर्थ है, वह एक महान आध्यात्मिक नेता को जन्म देगी और वास्तव में उन्होंने सिद्धार्थ गौतम को जन्म दिया.
सिद्धार्थ के पिता (राजा शुद्धोधन) अपने बेटे को एक शक्तिशाली और प्रभावशाली नेता बनाना चाहते थे. जिसकी वजह से उन्होंने सिद्धार्थ गौतम (Siddhartha Gautama) को जीवन की वास्तविक कठोरताओं से बचाने के लिए बहुत सावधानी बरती. हालाँकि, सिद्धार्थ जैसे बड़े हुए वैसे ही दुनिया के बारे में जानने के लिए उत्सुक होते गए और अंत में उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए अपने आरामदायक जीवन को छोड़ दिया.
आज दुनियाभर में बौद्ध धर्म के लगभग 500 मिलियन अनुयायी हैं. दुनियाभर में बौद्ध धर्म के सबसे ज्यादा अनुयायी चीन में रहते है. चीन की आबादी का कुल 18 प्रतिशत आबादी बौद्ध धर्म को फॉलो करते है. अधिकांश चीनी बौद्ध महायान परंपरा का पालन करते हैं, जो प्राणियों के लाभ के लिए करुणा और ज्ञान की खोज पर जोर देते है. वहीं अन्य देशों में लगभग 64 मिलियन बौद्ध अनुयायी थाईलैंड और लगभग 45 मिलियन अनुयायी जापान में रहते है. अन्य देशों में म्यांमार (बर्मा), श्रीलंका, वियतनाम, कंबोडिया, लाओस और तिब्बत शामिल हैं.
Gautama Buddha: गौतम बुद्ध के अनमोल विचार
- जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है तुम स्वयं पर विजय प्राप्त करों. ऐसा करने से जीत हमेशा तुम्हारी होगी.
- किसी भी हालात में सूर्य, चन्द्रमा और सत्य कभी भी छुप नहीं सकता.
- बुराई को बुराई से नहीं, बल्कि इसे सिर्फ प्रेम से ही समाप्त किया जा सकता है, यह परम सत्य है.
- भविष्य और भूतकाल में मत खोने की बजाय सिर्फ वर्तमान पर ध्यान देना होगा. जीवन में खुश रहने का यह सही रास्ता है.
- क्रोधित होकर हजारों गलत शब्द बोलने से अच्छा, मौन एक ऐसा शब्द है जो जीवन में शांति लेकर आता है.
- सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति दो ही गलतियां करता है, पहली या तो पूरा रास्ता न तय करना और दूसरी फिर शुरुआत ही न करना.
- जीवन में कितना ही अच्छा पढ़ लो या सुन लो, लेकिन जब तक आप उनको अपने जीवन में नहीं अपनाते तब तक कोई फायदा नहीं होगा.
Mahatma Buddha: बुद्ध द्वारा सिखाए जीवन के कुछ पाठ
सादगी का मूल्य : बुद्ध ने सिखाया कि, सरल और सुव्यवस्थित जीवन जीने से हमें शांति और संतोष प्राप्त करने में मदद मिलती है. आवश्यक चीजों पर ध्यान केंद्रित करने से, हम एक सार्थक जीवन जी सकते हैं.
करुणा का महत्व : गौतम बुद्ध ने दूसरों के प्रति करुणा दिखाने के महत्व को सिखाया है. बुद्ध का मानना है कि, दूसरों की मदद करने से हम अपनी भी मदद करते हैं.
सचेतनता की शक्ति : बुद्ध ने सचेतनता का अभ्यास करने के महत्व पर बल दिया. जिससे हम अपने विचारों और भावनाओं को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं.
आत्म-चिंतन का महत्व : बुद्ध ने अनुयायियों को आत्म-चिंतन के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि वे खुद को और दुनिया को बेहतर ढंग से समझ सके. खुद को समझकर हम दूसरों को और आसपास की दुनिया को अच्छे से समझ सकते हैं.
अनासक्ति का अभ्यास : बुद्ध ने सिखाया कि हमें भौतिक संपत्ति या इच्छाओं से आसक्त नहीं होना चाहिए.