Independence Day 2023: 15 अगस्त, 2023 को भारत आजादी की 77वीं वर्षगांठ मना जा रहा. है. यह आजादी भारत को तोहफे में नहीं मिली, इसके लिए कई वीर सेनानियों बलिदान दिया गया था. इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह की थीम “राष्ट्र पहले, हमेशा पहले” तय की गई है.
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || 15 अगस्त, 2023 को भारतीय नागरिक एकजुट होकर आजादी की 77वीं वर्षगांठ मना रहे होंगे. स्वतंत्रता दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो औपनिवेशिक अधीनता से एक संप्रभु और विविध लोकतंत्र तक की यात्रा का प्रतीक है. इस समारोह का विशेष महत्व है क्योंकि यह हमें प्रगति और उस एकता की याद दिलाते हैं जो हमारे महान राष्ट्र को बांधे हुए है. इस दिन स्वतंत्र भारत का सपना देखने वाले अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान को याद किया जाता है. सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, महात्मा गांधी जैसे कई नायक हमें न्याय, समानता और स्वतंत्रता के उन मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करते हैं जिनके लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी थी.
1947 के बाद से भारत में जबरदस्त प्रगति हुई है, लेकिन फिर भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है. इनमें सामाजिक-आर्थिक एवं लैंगिक असमानता, पर्यावरण संबंधी चिंता, शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच गंभीर मुद्दे हैं. स्वतंत्रता सेनानियों की कल्पना को ध्यान में रखते हुए, हमारी जिम्मेदारी है कि हम ऐसे भारत की कल्पना करें जहां हर नागरिक को समान अवसर और उच्च गुणवत्ता वाला जीवन मिले. वर्तमान समय में भारत तकनीकी और सामाजिक-आर्थिक विकास के चौराहे पर खड़ा है. विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं वाले भारत के विकास में प्रत्येक व्यक्ति का योगदान अहम हैं.
Independence Day 2023: स्वतंत्रता दिवस 2023 की थीम
इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह की थीम “राष्ट्र पहले, हमेशा पहले (Nation First, Always First)” तय की गई है. 15 अगस्त (15th August) को होने वाले सभी कार्यक्रमों का आयोजन इसी थीम पर आधारित होगा. आइए इस शुभ दिन पर भारतीय होने की भावना का जश्न मनाने के लिए, सभी मतभेदों को मिटा पूर्व से पश्चिम तक और उत्तर से दक्षिण तक एक हो जाएं. गर्व से लहराता तिरंगा एक अरब से ज्यादा दिलों के सपनों और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है. हमेशा याद रखें कि, हमारी एकता एक नींव है जो मजबूत, शक्तिशाली, समृद्ध भारत का निर्माण करती है.
History of Independence Day: स्वतंत्रता दिवस का इतिहास
भारत को आजादी किसी तोहफे में नहीं मिली थी. इसके लिए कई वर्षों का कड़ा संघर्ष और कई वीर सेनानियों के प्राणों का बलिदान दिया गया था. 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉलोनियल्स में भारतीय स्वतंत्रता विधेयक पेश किया गया था. जिसके बाद 15 अगस्त, 1947 (August 15, 1947) को 200 वर्षों के ब्रिटिश प्रभुत्व से आजादी मिल गई. अंग्रेजों द्वारा 18 जुलाई, 1947 को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम लागू किया था, जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का कारण बना. वहीं इस आजादी की भारत ने बड़ी किमत चुकाई है. आजाद हिंदुस्तान के बदले ब्रिटिश शासन भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान के रुप में तीन टुकड़े कर गया.
अंत में, सिर्फ इतना ही स्वतंत्रता दिवस केवल एक दिन नहीं है बल्कि भारत की अदम्य भावना का उत्सव है. हमें स्वतंत्रता सेनानियों और शहिदों के बलिदान को ध्यान में रखते हुए, देश के उज्जवल भविष्य की दिशा में सामूहिक रूप से काम करना चाहिए.
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!