Adipurush Ban in Chhattisgarh: रिलीज होने के बाद से विवादों में घिरी ‘आदिपुरुष’ को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश ने बड़े संकेत दिए है. लोगों द्वारा फिल्म में किरदारों के साथ छेड़छाड़ और खराब डायलॉग के आरोप लग रहे हैं.
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || बॉक्स-ऑफिस पर हालिया रिलीज “आदिपुरुष” अपने साथ कई विवाद लेकर आई है. आरोप है कि, फिल्म में भगवान राम और रामायण की मूल भावना का मजाक उड़ाया गया है. फिल्म के कुछ हिस्सों को हटाने की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है. इन सबके बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने (Bhupesh Baghel) ने प्रदेश में फिल्म को बैन करने के संकेत दिए हैं.
CM बघेल ने शनिवार को आरोप लगाया कि, “फिल्म ‘आदिपुरुष’ में श्री राम और हनुमान जी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है. वहीं इस आदिपुरुष के जरिए श्री राम भक्त बजरंग बली से बजंरग दल की भाषा बुलवाई गई है. ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ पर बयान देने वाली बीजेपी और अन्य राजनीतिक दलों के लोग इस फिल्म पर चुप क्यों हैं?”
मुख्यमंत्री ने कहा कि, “अगर लोग मांग करते हैं तो सरकार छत्तीसगढ़ में ‘आदिपुरुष’ को बैन करने पर विचार कर सकती है.” भूपेश बघेल का आरोप है कि, फिल्म में आपत्तिजनक और अशोभनीय डायलॉग हैं. जब पत्रकारों ने CM से पूछा कि क्या राज्य सरकार ‘आदिपुरुष’ पर प्रतिबंध लगा सकती है. तो CM बघेल ने कहा कि, “अगर लोग इस दिशा में मांग उठाएंगे तो सरकार बैन के बारे में जरूर सोचेगी. हमारे सभी देवों की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है.”
CM भूपेश बघेल ने आगे कहा कि, “हनुमान को बचपन से ज्ञान, शक्ति और भक्ति के प्रतीक के रूप में पेश किया गया है, लेकिन फिल्म में, भगवान राम और वीर हनुमान को एंग्री बर्ड के रूप में दर्शाया गया है. न तो हमारे पूर्वजों ने पवन पुत्र की ऐसी छवि की कल्पना की थी और न ही समाज इसे स्वीकार करता है. ‘आदिपुरुष’ फिल्म में डायलॉग और भाषा अशोभनीय है. श्री तुलसीदास रामायण में, प्रभु श्री राम को ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ के रूप में चित्रित किया गया था. इस फिल्म में में किरदारों के डायलॉग बेहद निचले स्तर के हैं. जिस समय माननीय राजीव गांधी जी प्रधानमंत्री थे, तब रामानंद सागर को धारावाहिक रामायण बनाने का सुझाव दिया, जो बेहद लोकप्रिय हुआ. फिल्म के बहाने श्री राम और हनुमान की तस्वीरों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और पात्रों के मुंह में अभद्र शब्द डाले गए. जरा बताए युवा पीढ़ी इससे क्या सीखेगी?”
सभी बॉलीवुड वाले ऐसे ही है और सनातन धर्म का अपमान करते है…
Ban any movie which reflect Hindu Devi devta, immediately, Sensor board not working properly it’s huge corruption