Arvind Kejriwal: आम आदमी पार्टी ने अहमदाबाद पुलिस पर जिला कार्यालय में छापेमारी (रेड) करने का आरोप लगाया है. वहीं अहमदाबाद पुलिस ने इन आरोपों से इंकार किया है. पुलिस का कहना है कि, “इस प्रकार का कोई रेड अहमदाबाद शहर पुलिस के द्वारा करने में नहीं आई है.”
नई दिल्ली, डेस्क || आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के गुजरात दौर से पहले पार्टी के अहमदाबाद कार्यालय पर गुजरात पुलिस की छापेमारी की ख़बर सामने आई है. वहीं अहमदाबाद पुलिस (Ahmedabad Police) ने ऐसी किसी भी छापेमारी से इंकार किया है. दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल आज दो दिवसीय दौरे पर अहमदाबाद पहुंच रहे है.
आम आदमी पार्टी के गुजरात नेता इसुदान गढ़वी ने एक ट्वीट करते हुए बताया कि, “अरविंद केजरीवाल के अहमदाबाद पहुँचते ही आम आदमी पार्टी के अहमदाबाद कार्यालय पर गुजरात पुलिस ने छापेमारी की है. दो घंटे की तलाशी में जब उन्हें कुछ नहीं मिला तो वो ‘फिर आयेंगे’ बोलकर चले गए.”
वहीं इस ट्वीट का रिप्लाई करते हुए अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि, “आप (AAP) गुजरात की जनता से मिल रहे समर्थन से BJP बौखला गयी है. गुजरात में AAP के पक्ष में आँधी चल रही है. दिल्ली के बाद अब गुजरात में भी छापेमारी या रेड करनी शुरू हो गई. जब दिल्ली में कुछ नहीं मिला तो, गुजरात में क्या मिलेगा. हम कट्टर ईमानदार और देशभक्त लोग हैं.”
आम आदमी पार्टी के आरोपों के बीच अहमदाबाद पुलिस ने बयान जारी करके AAP के आरोपों को झूठ बताया है. अपने बयान में पुलिस ने कहा कि, “कल से आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर अहमदाबाद शहर पुलिस द्वारा रेड करने की ख़बर सोशल मीडिया पर चल रही है. इस प्रकार की कोई भी रेड या छापेमारी अहमदाबाद शहर पुलिस द्वारा नहीं की गई है.”
केंद्रीय एजेंसियों की जांच मामले में केंद्र सरकार और आम आदमी पार्टी आमने-सामने है. आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रही है. वहीं केंद्र की बीजेपी सरकार का कहना है, “अगर आप निर्दोष है तो जाँच होने दीजिए, आखिर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए.”
पिछले महीने, दिल्ली डिप्टी और AAP नेता मनीष सिसोदिया के ठिकानों की CBI ने लेकर तलाशी ली थी. यह तलाशी दिल्ली में aap द्वारा लाई गए नई शराब नीति में एक कथित घोटाले से जुडी थी. इससे पहले पंजाब में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आम आदमी पार्टी के विधायक जसवंत सिंह गज्जन माजरा के ठिकानों पर छापेमारी की थी.