रामचरितमानस विवाद (Ramcharitmanas Controversy) और प्रतियां जलाने पर बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि, “कुछ लोग प्लांटेड रूप से काम कर रहे हैं. अब सनातनियों के एकजुट होने का समय आ गया है.”
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || रामचरितमानस की प्रतियों को जलाने की घोर निंदा करते हुए बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पं. धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने कहा कि, “कुछ प्लांटेड लोग हिंदुओं को टारगेट कर रहे है. एक बहुत बड़ी लॉबी के इशारों पर बार-बार हिंदू आस्था को टारगेट किया जा रहा है. लेकिन अब बागेश्वर धाम से सनातनियों और हिंदुओं को एकजुट होने का संदेश आया है.” वहीं धीरेंद्र शास्त्री ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के उस बयान का स्वागत किया गया है. जिसमें उन्होंने सनातन धर्म को राष्ट्र धर्म कहा था.
आपको बता दें कि, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के बयान के बाद रामचरितमानस विवाद गहरा गया है. इसी बयान के बाद OBC महासभा के कुछ लोगों ने रविवार को रामचरितमानस की प्रतियां जला दी. प्रतियां जलाने के मामलें में स्वामी प्रसाद मौर्य सहित OBC महासभा के 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. जबकि इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों की गिरफ्तारी की गई है.
सपा (Samajwadi Party) MLC स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि, “करोड़ों लोग रामचरितमानस को पढ़ते है यह सब बकवास है. रामचरितमानस को तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है.” मौर्य ने आगे कहा कि, “सरकार को संज्ञान लेते हुए रामचरितमानस से आपत्तिजनक अंशों को बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए. तुलसीदास की रामायण की एक चौपाई है, जिसमें वह शूद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं.”