Char Dham Yatra 2023: अक्षय तृतीया पर कपाट खुलने के साथ ही देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरु हो चुकी है. यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अभी तक इस पावन यात्रा के लिए 13 लाख से अधिक श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके है. हालांकि, केदारनाथ में खराब मौसम प्रशासन की चिंता का कारण बना हुआ है.
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || अक्षय तृतीया के दिन अभिजीत मुहूर्त में गंगोत्री (Gangotri) और यमुनोत्री (Yamunotri) धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो गई है. हालांकि जल्द ही देवाधिदेव महादेव केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) और भगवान विष्णु के बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट भी खुलने वाले हैं. चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ श्रद्धालु बड़ी तादाद में यात्रा पर निकल चुके हैं.
यात्रा के साथ हरिद्वार और ऋषिकेश में गाड़ियों का लंबा काफिला दिखना शुरू हो गया है. उत्तराखंड पुलिस की तमाम व्यवस्था के बावजूद ऋषिकेश की सड़कों पर श्रद्धालुओं की संख्या भारी पड़ रही है. आपको बता दें, केदारनाथ से बद्रीनाथ जाने वाले यात्रियों को ऋषिकेश होकर जाना पड़ता है. जिसके कारण ऋषिकेश पार सड़कों पर गाड़ियों का लंबा काफिला देखा जा सकता है. वहीं चारधाम यात्रा के लिए पड़ोसी देश नेपाल से भी श्रद्धालु आते है.
Char Dham Yatra 2023: यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण
उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य कर दिया है. अगर श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए तो हरिद्वार में बस स्टैंड के पास जिला पर्यटन केंद्र से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य हैं. वहीं इस बार यात्रा मार्ग में होटल की प्री-बुकिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करावा पाए यात्रियों के पंजीकरण करवाने के लिए टोल फ्री नंबर 1364 (उत्तराखंड से), 0135-1364 या 0135-3520100 किया गया हैं.
रिपोर्ट्स के अनुसार, चारधाम यात्रा के लिए अभी तक 13 लाख से ज्यादा यात्री पंजीकरण करवा चुके हैं. कोरोना के बाद यात्रा श्रद्धालुओं की तादाद में हुए इजाफे से राज्य सरकार बेहद खुश है. चारधाम यात्रा (धार्मिक पर्यटन) से राज्य (उत्तराखंड) सरकार के अच्छे राजस्व की प्राप्त होने की संभावना हैं.
केदारनाथ यात्रा वाले मार्ग में जगह-जगह मेडिकल कैंप लगाए गए हैं, इन कैंप में जरूरी दवाएं के अलावा मस्तिष्क और पाचन में परेशानी से जुड़ी बीमारियों की दवाएं भी उपलब्ध हैं. डॉक्टर्स ने श्रद्धालुओं को यात्रा मार्ग पर धीरे-धीरे आगे बढ़ने और समय पर दवाएं लेने की सलाह दी है.
राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के लिए जगह-जगह गाइडलाइंस बोर्ड लगाए गए हैं. जबकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को दवाएं, गर्म कपड़े, छाता और अन्य जरूरी वस्तुएं साथ रखने की सलाह दी गई है. किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए प्रशासन गौरीकुंड से केदारनाथ (Gaurikund to Kedarnath) पैदल यात्रा करने वालों के लिए सुबह 5 से दोपहर 1.30 तक का समय तय किया है.
Char Dham Yatra: मौसम खराब होने का का पूर्वानुमान
अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम विभाग ने बारिश का अनुमान जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, यात्रा करने वाले यात्रियों को पूरी तैयारी के साथ आना होगा. पहाड़ी इलाकों में फिलहाल बारिश होने के कारण ठंड बढ़ सकती है. यात्रा के मार्ग में गुप्तकाशी से मौसम लगातार खराब हो रहा है. पहाड़ी क्षेत्र में मौसम का अजीब मिजाज देखने को मिल रहा है.
बाबा केदारनाथ धाम में लगातार हो रही बर्फबारी के बावजूद श्रद्धालुओं में भरपूर जोश नजर आ रहा है. बर्फ हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है ताकि केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी मुश्किल का सामना न करना पड़े.