Nuh Violence: नूंह हिंसा को लेकर रविवार को पलवल जिले के गांव पोंडरी में हिंदू संगठनों द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया था. इस महापंचायत में सोनीपत, पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम और नूंह जिले के लोग शामिल हुए थे. इसमें जलाभिषेक यात्रा को फिर से निकालने का फैसला किया गया.
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || रविवार को नूंह जिले में हुई हिंसा को लेकर हिंदू संगठनों ने महापंचायत आयोजित की थी. इस महापंचायत में जलाभिषेक यात्रा को फिर से निकालने के साथ-साथ कई अन्य निर्णय किये गए है. महापंचायत में बजरंग दल के प्रदेश संयोजक भारत भूषण, सोहना के विधायक संजय सिंह सहित विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी मौजूद शामिल हुए थे. इनमें से कुछ नेता हर जगह पंचायत कर रहे हैं. गुरुग्राम में तिगरा गांव में हुई पंचायत में भी यही नेता शामिल थे.
नूंह बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेंद्र आर्य ने नूंह हिंसा के लिए फिरोझपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं कांग्रेस विधायक को गिरफ्तार करने की मांग उठाई गई. सुरेंद्र आर्य ने कहा कि, 28 अगस्त को भव्य तरीके से दोबारा ब्रज मंडल यात्रा निकाली जाएगी.
Nuh Violence: महापंचायत में फैसले और मांगें
- 28 अगस्त को दोबारा ब्रज मंडल यात्रा निकाली जाएगी.
- हिंसा के दौरान हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की जाए.
- हिंसा में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ दर्ज मकदमें की सुनवाई नूंह की बजाय किसी अन्य जिले में की जाए.
- महापंचायत में मांग की गई कि, हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार वालों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी दी जाए. वहीं घायलों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए.
- हिंसा के नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की जाए.
- पूरे घटनाक्रम की एनआईए से जांच की जाए.
- बांग्लादेशी मुस्लिमों और रोहिंग्याओं को पलवल-नूंह निकाला जाए.
- हिंदुओं को लाइसेंसी हथियार दिए जाएं.
- आरएएफ या एचपीए की टुकड़ी नूंह में परमानेंट स्थापित की जाए.
- नूंह जिले का दर्जा खत्म किया जाए और सभी हिंदू गाय पालें.
- नूंह हिंसा के में फंसाए गए लोगों के मुकदमें रद किए जाएं.