Haryana Nuh Volence: नूंह हिंसा पर मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम के अलग-अलग बयानों के बाद राजनीतिक गलियारों में नई बहस शुरू हो गई है. रिपोर्ट्स का कहना है कि, 2024 लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी का गठबंधन टूट सकता है. पिछले दिनों पहले अमित शाह द्वारा राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद इस चर्चा को हवा दे दी थी.
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || ऐसा लग रहा है, हरियाणा में BJP (भारतीय जनता पार्टी) और JJP (जननायक जनता पार्टी) के गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है. नूंह हिंसा (31 जुलाई) पर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बयान के बाद गठबंधन में विवाद खड़ा हो गया है. बुधवार को दुष्यंत चौटाला ने बयान दिया कि, “बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा के आयोजकों ने जुलूस से पहले जिला प्रशासन को पूरी जानकारी नहीं दी थी. अधूरी जानकारी की वजह से शायद सांप्रदायिक तनाव और हिंसक झड़पें हुई. राज्य के इतिहास में ऐसी घटना कभी नहीं हुई.” हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर भी दुष्यंत चौटाला के बयान से असहमत हैं.
Haryana Nuh Volence: मोनू मानेसर पर अलग-अलग बयान
मीडिया रिपोर्ट्स में नूंह हिंसा में मोनू मानेसर की अहम भूमिका बताई जा रही है. बीजेपी और जेजेपी के बीच मोनू मानेसर को लेकर मतभेद देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री खट्टर सहित भाजपा के बड़े नेताओं का कहा कि, मोनू मानेसर यात्रा में मौजूद नहीं था. मुस्लिम समूह जस्टिफाई करने के लिए उसके नाम का इस्तेमाल कर रहा है.
वहीं डिप्टी सीएम दुष्यंत का कहना है कि, जो लोग खुद को गौरक्षक कहते हैं, असलित में वो खुद गाय नहीं पालते. इसके अलावा उन्होंने कहा कि, हम उसके (मोनू) खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे.
सीएम मनोहर लाल के अनुसार, राजस्थान में मोनू मानेसर एक मामले का सामना कर रहा है. हमने राजस्थान सरकार को कहा है कि हम उनकी मदद करेंगे. राजस्थान पुलिस उसकी तलाश कर रही है. फिलहाल हमारे पास मोनू के बारे में कोई इनपुट नहीं है.