नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के मिस्र दौरे (PM Modi Visit Egypt) पर रवाना हो चुके है. चार दिन के अमेरिकी दौरे के बाद PM मोदी सीधे मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंचने वाले है. इस विजिट को बाइलेट्रल ट्रेड के लिए बहुत अहम माना जा रहा है. आपको बता दें, इस साल मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में चीफ गेस्ट थे. 6 महीने में दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की यह दूसरी मुलाकात है.
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिस्र में रह रहे भारतीय मूल के लोगों से भी मुलाकात करने वाले है. जबकि PM मोदी मिस्र में एक हजार साल पुरानी शिया मस्जिद अल-हाकिम भी जाने वाले है. सितंबर में होने वाली G-20 मीटिंग में शामिल होने के लिए भारत ने इजिप्ट के अलावा ओमान और UAE को भी न्योता दिया है.
1997 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारतीय प्रधानमंत्री मिस्र (PM Modi Visit Egypt) दौरे पर जा रहे है. भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए मिस्र की जियोग्राफिक और स्ट्रैटेजिक लोकेशन बेहद अहम है. सऊदी अरब के अखबार ‘द नेशनल’ के अनुसार, PM मोदी का यह दौरा भारत और मिस्र के करीबी रिश्तों को दिखाता है.
रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान मिस्र में भुखमरी का संकट पैदा होने लगा था. इस मुश्किल की घड़ी में भारत ने मिस्र की बहुत मदद की है. भारत ने बहुत तेजी से मिस्र को लगभग 62 हजार टन गेहूं भेजा था. जिसके बाद में मिस्र सरकार ने भारत सरकार का शुक्रिया अदा करने के लिए स्पेशल डिप्लोमैटिक नोट भेजा था.