Russia Crisis: बेलारूस के राष्ट्रपति के प्रयासों के बाद रूस में उठा विद्रोह फिलहाल शांत चुका है. यह तय हुआ कि, वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोझिन बेलारूस में ही रहेंगे. इस घटनाक्रम को लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से बात की है.
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || रूस में विद्रोह की स्थिति के बाद, अब यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) एक्टिव हो गए हैं. इस मामले पर जेलेंस्की ने विस्तार से अमेरिकी राष्ट्रपति (Joe Biden) से से बातचीत की है. दोनों के बीच वैगनर आर्मी (Wagner Group) प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन और उनके बगावती तेवरों को लेकर चर्चा हुई है. व्हाइट हाउस (The White House) ने आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि की है.
अमेरिकी राष्ट्रपति से बातचीत के बाद वोलोडिमिर जेलेंस्की ने ट्वीट कर बताया कि, “अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से चर्चा हुई, यह बातचीत सकारात्मक और प्रेरक थी. हमारे बीच युद्ध को लेकर हालिया डेवलपमेंट और रूस में होने वाली घटनाओं पर चर्चा हुई. स्थिति बहाल होने तक दुनिया को रूस पर दबाव बनाना चाहिए. इसके अलावा हमारे बीच लंबी दूरी के हथियारों पर जोर देने के साथ रक्षा सहयोग को लेकर भी चर्चा हुई है.”
अमेरिकी राष्ट्रपति और जेलेंस्की के बीच हुई बातचीत को इसलिए भी खास माना जा रहा है, क्योंकि दुनिया की निगाहें रूस में जारी संकट पर थी. आपको बता दें, वैगनर ग्रुप (रूस की प्राइवेट आर्मी) प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) ने रूस में विद्रोह का ऐलान किया था.
Russia Crisis: वैगनर ग्रुप ने 12 घंटे में मारी पलटी
विद्रोह के लगभग 12 घंटे बाद ही वैगनर ग्रुप चीफ येवगेनी प्रिगोझिन और रूस के बीच समझौता हो गया. बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने वैगनर ग्रुप और रुसी सरकार के बीच समझौता कराने में अहम भूमिका निभाई. जिसके बाद प्रिगोझिन ने अपने सैनिकों को पीछे हटने का आदेश दिया था. वहीं समझौते के बाद क्रेमलिन के प्रवक्ता ने बताया था कि, वैगनर चीफ प्रिगोझिन बेलारूस जाएंगे और उनके खिलाफ आपराधिक मामले को बंद कर दिया जाएगा.