Five Nights at Freddy’s Movie: लोकप्रिय वीडियो गेम फाइव नाइट्स एट फ्रेडी’ज़ पर बनी हॉरर फिल्म रिलीज हो चुकी है. एम्मा टैमी द्वारा निदेशित इस फिल्म ने दर्शकों को बेहद नाराज किया है. फिल्म की सबसे बड़ी समस्या यह है कि, यह हद से ज्यादा कोशिश करती नजर आती है.
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || लोकप्रिय वीडियो गेम सीरीज़ फाइव नाइट्स एट फ्रेडी’ज़ (Five Nights at Freddy’s) पर आधारित हॉरर फिल्म फाइव नाइट्स एट फ्रेडी’ज़ (Five Nights at Freddy’s Movie) थियेटर्स में रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म का निर्देशन एम्मा टैमी (Emma Tammi) द्वारा किया गया है. जबकि इसकी स्टोरी वीडियो गेम श्रृंखला के निर्माता Scott Cawthon द्वारा लिखी गई है.
मुख्य रूप से फिल्म में जोश हचर्सन (Josh Hutcherson) माइक श्मिट (Mike Schmidt) के रूप में एक सुरक्षा गार्ड का किरदार निभाते हुए, फ्रेडी फाज़बियर के पिज्जा में पांच रातों को जीवित रहना चाहते है. यह एक पारिवारिक रेस्तरां जहां रात में एनिमेट्रोनिक पात्र जीवित होकर जानलेवा बन जाते हैं.
फिल्म की शुरुआत थोड़ी अच्छी होती है, लेकिन फिल्म जैसे-जैसे फिल्म की स्टोरी आगे बढ़ती है वैसे ही फिल्म पटरी से उतर जाती है. फिल्म में एक जटिल कथानक, अविकसित पात्र और डरावनी की कमी साफ महसूस होती है. फिल्म की सबसे बड़ी समस्या यह है कि, यह हद से ज्यादा कोशिश करती नजर आती है. टीम ने एक ही समय पर इसे हॉरर और मिस्ट्री फिल्म बनाने की कोशिश है.
फिल्म के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि, हॉरर फिल्म होने के बावजूद इसमें सस्पेंस या भय ना के बराबर है. जबकि फिल्म की एक अन्य समस्या यह भी है कि, फाइव नाइट्स एट फ्रेडी’ज़ (Five Nights at Freddy’s Movie) आवश्यकता से कहीं ज्यादा लंबी है. इसकी लेंथ में से आसानी से 40 मिनट ट्रिम किये जा सकते थे.
अगर शार्ट में कहा जाएं तो फाइव नाइट्स एट फ्रेडी’ज़ एक निराशाजनक फिल्म है. वीडियो गेम के आधार पर इसमें बहुत ज्यादा क्षमता थी, लेकिन अपनी जटिल साजिश, अविकसित पात्रों और हॉरर एलेममेंट की कमी के कारण यह बर्बाद हो गई. गेम के फैंस फिल्म के जरिए अपनी पुरानी यादों का दोबारा से जी सकते हैं, लेकिन नए लोगों के लिए फिल्म में कुछ नहीं है.
रैटिंग: 5 में से 1.5 स्टार