नई दिल्ली || देश में बेरोजगारी दर (Unemployment Rate) लगातार बढ़ती जा रही है. ताजा आकड़ों के अनुसार, अक्टूबर महीने के मुकाबले नवंबर महीने में जॉबलेस रेट (बेरोजगारी दर) 0.23 प्रतिशत बढ़कर 8.0% हो गई है. अक्टूबर महीने में बेरोजगारी दर 7.77% थी. जबकि देश में सबसे बेरोजगार राज्य एक बार फिर हरियाणा (Haryana) बना है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने 1 दिसंबर को बेरोजगारी दर से संबंधित आंकड़े जारी किये है.
CMIE के आंकड़ों को अर्थशास्त्रियों और नीति निर्माताओं (पॉलिसीमेकर्स) द्वारा अहम माना जाता है, क्योंकि सरकार हर महीने अपने ऑफिसियल आंकड़े जारी नहीं करती है. CMIE के अनुसार, शहरी बेरोजगारी दर नवंबर में 7.21% से बढ़कर 8.96 प्रतिशत और ग्रामीण बेरोजगारी दर 8.04 प्रतिशत से घटकर 7.55 प्रतिशत हो गई है. बेरोजगारी दर 8.0% रहने का अर्थ है हर 1000 वर्कर (काम करने योग्य) में से 80 को रोजगार (काम) नहीं मिला.
CMIE के आंकड़ों के मुताबिक, सबसे ज्यादा बरोजगारी मनोहर लाल के नेतृत्व वाले हरियाणा में 30.6 प्रतिशत और सबसे कम बेरोजगारी दर भूपेश बघेल नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ में 0.1 प्रतिशत रही है.
किस तरह तय होती है बेरोजगारी दर?
रिपोर्ट्स के अनुसार, CMIE हर महीने 15 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का सर्वे करता है और उनसे रोजगार (Unemployment Rate) का पता लगाया जाता है. इसके बाद परिणामों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाती है.