नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || सीमा पर जारी तनातनी के बीच चीनी रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू (General Li Shangfu) भारत दौरे पर आने वाले हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, 27-28 अप्रैल को गोवा में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO Meeting) के सभी सदस्यों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए भारत आएंगे. यह मीटिंग 27-28 अप्रैल को गोवा में आयोजित होने वाली है. आपको बता दें, 2020 में गलवान घाटी में हुई चीनी-भारतीय सैनिकों की झड़पों के बाद चीनी रक्षा मंत्री का यह पहला भारत दौरा है. पिछले रक्षा मंत्री वेई फेंघ (Wei Fenghe) के उत्तराधिकारी जनरल ली शांगफू को पिछले ही महीने चीन का नया रक्षा मंत्री (Defense Minister of China) नियुक्त किया गया था.
जनरल ली शांगफू द्वारा पद संभालने के बाद से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि, अमेरिका-चीन के बीच रिश्तों में तनाव ओर ज्यादा बढ़ सकता है. रिपोर्ट्स का कहना है कि, रुसी कंपनी रोसोबोरोनेक्सपोर्ट (Rosoboronexport) से S-400 मिसाइल सिस्टम (S-400 missile systems) और Su-35 फाइटर प्लेन खरीदने में ली शांगफू ने अहम किरदार अदा किया था. जिसके बाद से अमेरिकी विदेश विभाग (US State Department) जनरल ली शांगफू और रूसी संस्थाओं पर बैन लगा दिया था.
SCO Meeting: कौन हैं जनरल ली शांगफू?
65 वर्षीय जनरल ली शांगफू जिचांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर में काम कर चुके हैं. उन्होंने नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी (National University of Defense Technology) से ग्रेजुएशन की और उन्हें स्ट्रैटिजिक सपोर्ट फोर्स ब्रांच (Strategic Support Force branch) का सैनिक बनाया गया. स्ट्रैटिजिक सपोर्ट फोर्स ब्रांच की स्थापना 2015 में हुई थी. इसका प्रमुख उद्देश्य स्पेस, राजनीतिक, साइबर टेक्निक और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करना और इनमें चीन का विकास करना था.