Farmers Protest Live Updates: किसान आंदोलन (Kisan Andolan) का आज यानी 15 फरवरी को तीसरा दिन हैं. किसान MSP कानून सहित कई अन्य मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने जा रहे है. लेकिन हरियाणा सरकार ने उन्हें हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर रोका हुआ हैं. जानिए आज हुई मुख्य घटनाएं..
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || MSP गारंटी कानून सहित अन्य कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर किसान तीसरे दिन (15 फरवरी) भी हरियाणा के बॉर्डर पर डटे हुए हैं. दिल्ली मार्च को लेकर पंजाब से निकले किसानों में से सबसे ज्यादा शंभू बॉर्डर पर डटे हैं. शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेस ने 7 लेयर की बैरिकेडिंग हैं. यहां किसानों को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से लगातार आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं. वहीं किसानों के मार्च को देखते हुए हरियाणा सरकार ने खनौरी और डबवाली बॉर्डर को भी बंद कर दिया हैं. इन सबके अलावा दिल्ली के सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया हैं.
आज यानी 15 फरवरी को प्रदर्शन को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री का कहना है कि, “किसानों की हरियाणा सरकार से नहीं, बल्कि केंद्र सरकार से मांग है. दिल्ली जाना सभी का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन उनके मोटिव पर भी ध्यान ध्यान होगा. पिछली बार हम इसका अनुभव देख चुके हैं. अगर वे ट्रेन, बसें, या अपने वाहन में जाएं तो जा सकते हैं. कोई भी चर्चा लोकतांत्रिक तरीके से होनी चाहिए ताकि कोई समाधान निकला जा सके.”
किसान आंदोलन (Farmers Protest) को देखते हुए 15 फरवरी को उत्तर प्रदेश के किसान दिल्ली के लिए निकले थे. किसान गाजियाबाद की तरफ से गैस सिलेंडर और राशन लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने वाले थे. हालांकि पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. गाजियाबाद SP स्वतंत्र देव सिंह के अनुसार, तकरीबन 12 किसान दिल्ली कूच के लिए निकले थे, लेकिन उन्हें पुलिस उन्हें हिरासत में कौशांबी थाने में ले गई. उन्हें समझा कर छोड़ दिया जाएगा. वहीं हरियाणा के सबसे बड़े किसान संगठन ने आंदोलन का समर्थन करने का ऐलान किया है.
Kisan Andolan: हरियाणा में इंटरनेट बंद और धारा 144 लागू
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए हरियाणा राज्य सरकार ने प्रदेश के 7 जिलों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया हैं. इन जिलों में जींद, कुरुक्षेत्र, सिरसा, हिसार, अंबाला, फतेहाबाद और कैथल शामिल हैं. वहीं प्रदेश की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने राज्य के 15 जिलों में धारा 144 लागू कर दी हैं. हरियाणा सरकार ने 17 फरवरी तक राज्य में इंटरनेट बंद करने का निर्देश दिया है.
Farmers Protest Live: दिल्ली पहुंचना का रास्ता किसानों के लिए आसान नहीं
हरियाणा सरकार ने हरियाणा-पंजाब सीमाओं को किले में तब्दील कर दिया हैं. किसानों को दिल्ली के टीकरी और सिंघु बॉर्डर तक पहुंचने के लिए हर हाल में हरियाणा से निकल कर आना होगा. किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए प्रदेश में हर 30 से 40 किलोमीटर की दूरी पर पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. हरियाणा पुलिस के साथ बड़ी तादाद में पैरामिलिट्री फोर्सेस भी मोर्चा संभाले हुए हैं. पंजाब और हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर फोर्सेस ने किलों बैरिकेडिंग, कटीले तार और कंटेनर से कई लेयर की सुरक्षा व्यवस्था बनाई हुई है. दिल्ली मार्च के शुरूआती 2 दिनों में किसान सुरक्षा व्यवस्था तोड़ नहीं पाए.
नवंबर 2020 में हुए किसान आंदोलन (Farmers Protest) से सबक लेते हुए, सरकार ने हरियाणा-दिल्ली रूट पर हरियाणा पुलिस के लगभग 5 हजार और पैरामिलिट्री के हजारों जवानों की तैनाती की है. हरियाणा के मुख्यमंत्री का कहना है कि, “सरकारी और निजी नुकसान की भरपाई प्रदर्शनकारियों से की जाएगी.”
Farmer Protest: क्या हैं किसान संगठनों की प्रमुख मांगें?
- सभी फसलों खरीद के लिए MSP गारंटी कानून बनाया जाए.
- फसलों की खरीद की कीमत डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर तय की जाए.
- भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को फिर से लागू किया जाए.
- किसानों और खेत मजदूरों का कर्जा माफ हो और उन्हें पेंशन दी जाए.
- 2 साल पहले किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी में हुए कांड के दोषियों को सजा दी जाए.
- पिछले आंदोलन के समय किसानों दर्ज केस वापस लिए जाएं और मृतक किसानों के परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी मिले.
- भारत विश्व व्यापार संगठन से अलग हो जाए और मुक्त व्यापार समझौते को रद्द किया जाए.
- नकली कीटनाशक दवाइयां, बीज और खाद वाली कंपनियों के खिलाफ कानून बनाया जाए.
- मनरेगा में हर साल मिलने वाले काम को बढ़ाकर 200 दिन किया जाए और प्रतिदिन 700 रुपए दिहाड़ी मिले.
- बिजली संशोधन विधेयक 2020 को खत्म किया जाए.
- मिर्च, हल्दी और अन्य मसालों को लेकर राष्ट्रीय आयोग का गठन हो.
- आदिवासियों की जमीन लूट बंद की जाए और उनके अधिकार को सुरक्षित किया जाए.
Farmers Movement: किसान नेता बोले- मोदी का ग्राफ डाउन करना है
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहे है, जिसमें किसान आंदोलन (farmers movement) की अगुआई कर रहे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को राजनीतिक बयान देते हुए सुना जा सकता है. वीडियो में किसान नेता कह रहे हैं कि, “इन दिनों राम मंदिर के कारण PM मोदी का ग्राफ बहुत ऊपर चला गया है. मैं बहुत बार गांवों में गया, लोगों को कहता था, कि उसका ग्राफ बहुत ऊंचा है दिन बहुत कम हैं। क्या हम इन दिनों में मोदी का का ग्राफ डाउन कर लेंगे?”
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