NDMC ने अपनी बैठक में राजपथ (राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट वाली सड़क) का नाम बदलने वाली अर्जी को मंजरी दे दी है. अब से राजपथ को कर्तव्यपथ (Kartavya Path) के नए नाम से जाना जाएगा. इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दी है.
नई दिल्ली || NDMC की मंजरी के बाद सरकार ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ करने वाली है. केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने ट्ववीट करके इसकी जानकारी दी है. अपने ट्ववीट में मीनाक्षी लेखी ने लिखा कि, “इस ऐतिहासिक निर्णय पर सभी नागरिकों को बधाई. यह इस अमृतकाल में मातृभूमि की सेवा करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगा.”
दरअसल कुछ समय पहले ही केंद्र सरकार ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करने का निर्णय लिया था. लेकिन आज इस पर NDMC की अंतिम मुहर लग चुकी है. NDMC की मुहर के बाद अब से इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन की पूरी सड़क और क्षेत्र को कर्तव्यपथ के नाम से जाना जाएगा.
राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक जाने वाले इस 3 किलोमीटर लंबाई वाली सड़क का नाम अभी तक 3 बार बदला जा चुका है. सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान इस सड़क का नाम किंग्सवे (Kingsway) के नाम से जाना जाता था. आजादी मिलने बाद इसका नाम बदलकर ‘राजपथ’ (किंग्सवे का हिंदी अनुवाद) कर दिया गया. लेकिन अब इसका नाम राजपथ से बदलकर कर्तव्यपथ (Kartavya Path) कर दिया गया है.
Kartavya Path: राजपथ का इतिहास
अंग्रेज़ो द्वारा 1911 में दिल्ली को नई राजधानी बनाने के बाद, 1920 में राजपथ बनकर तैयार हुआ था. इसका डिजाइन जिम्मा एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर ने तैयार किया था. उस समय इसका नाम किंग्सवे था, जिसका हिंदी अर्थ राजा का रास्ता था.
दरअसल 1905 में जॉर्ज पंचम ने लंदन में अपने पिता के सम्मान में किंग्सवे नामक एक सड़क बनाई थी. जब दिल्ली को ब्रिटिश राज की नई राजधानी बनाया गया तो, उस समय जॉर्ज पंचम दिल्ली आए हुए थे. उन्हीं के सम्मान में इसका नाम भी किंग्सवे रखा गया.