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Gurpurab 2023: Prakash Parv of Shri Guru Nanak Dev Ji today
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Gurpurab 2023: Prakash Parv of Shri Guru Nanak Dev Ji today

New Delhi (27th November 2023) || Gurpurab 2023: Today is Shri Guru Nanak Dev Ji's birthday (Prakash Parv), the first guru of the Sikhs. Every year, people of the Sikh faith celebrate Shri Guru Nanak Dev Ji's birthday on the full moon day of the Kartik month. This year, Shri Guru Nanak Dev Ji's birthday is on November 27. Shri Guru Nanak Dev Ji was born on April 15, 1469, in Talwandi, Punjab, which is now in Pakistan. Talwandi is now known as Shri Nankana Sahib. Shri Guru Nanak Dev Ji's parents were Kalyan Chand and Tripta. His sister's name was Nanki. Gurpurab is a special day for Sikhs. On this day, people go to gurudwaras to read the Shri Guru Granth Sahib, the Sikh holy book. They also participate in kirtans, which are religious songs. Shri Guru Nanak Dev Ji was a great teache...
Dussehra 2023: 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा दशहरा, इस शुभ मुहूर्त में होगी पूजा, जानें रावण दहन का समय
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Dussehra 2023: 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा दशहरा, इस शुभ मुहूर्त में होगी पूजा, जानें रावण दहन का समय

Dussehra 2023: बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा इस साल 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इसके अलावा इस दिन मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन भी किया जाता है. आइए जानते हैं दशहरे पर पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि.. नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || अश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि यानी 24 अक्टूबर, 2023 को असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा यानी विजयादशमी का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन पुरूषोत्तम भगवान श्री राम ने रावण पर विजय प्राप्त की थी. जबकि इसी दिन मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन का किया जाता है और अस्त्र शस्त्रों की पूजा की जाती है. शारदीय नवरात्रि के समापन के अगले दिन यानी दशमी तिथि को मां दुर्गा और भगवान राम की पूजा के साथ दशहरे का त्योहार बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. विजयादशमी यानी दशहरे की शाम को रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों को दहन करते हुए, इस त्योहार को बुराई पर अच्छ...
Shardiya Navratri 2023 Day 4: मां कुष्मांडा को समर्पित नवरात्रि का चौथा दिन, जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
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Shardiya Navratri 2023 Day 4: मां कुष्मांडा को समर्पित नवरात्रि का चौथा दिन, जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Shardiya Navratri 2023 Day 4: नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा करने का विधान है. मां कुष्माण्डा का स्वरुप बेहद ही पावन है. इस लेख की मदद से देवी कुष्माण्डा की पूजन विधि और शुभ मुहूर्त जानने वाले है.. नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || नौ दिनों तक चलने वाला शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2023) का पावन त्योहार 15 अक्टूबर से शुरू हो गया है. देवी दुर्गा का चौथा अवतार माँ कुष्मांडा है. ऐसा माना जाता है कि, माँ ने ब्रह्मांड की रचना इसी स्वरूप से की थी. अष्टभुजा वाली मां कूष्माण्डा अपने हाथों में धनुष-बाण, कमण्डल, कमल-पुष्प, चक्र, गदा, अमृतपूर्ण कलश और माला धारण करती है. मां कूष्माण्डा सिंह की सवारी करती है. ज्योतिष के अनुसार, देवी कूष्मांडा को सबसे प्रिय लाल रंग है, इसलिए देवी को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा में लाल रंग के फूल जैसे गुड़हल, लाल गुलाब इत्यादि अर्पित किये जाते हैं. ...
Shardiya Navratri 2023: 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, नियम और महत्व
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Shardiya Navratri 2023: 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, नियम और महत्व

Shardiya Navratri 2023: इस साल 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है. नवरात्रि के पावन दिनों में मां दुर्गा की पूजा और उपासना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. नवरात्रि के पहले दिन भक्त अपने घर में कलश स्थापना करने के दौरान शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखें. इस लेख की मदद से हम कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और नियम जानने वाले है. नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2023) की शुरुआत आश्विन मास के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि (15 अक्तूबर, रविवार) से हो रही है. नवरात्रि के नौ दिनों माँ दुर्गा के रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है. ये नवरात्रि खास इसलिए भी है क्योंकि इस बार की नवरात्रि में माता हाथी पर सवार होकर धरती पर आपने वाली है. हाथी को ज्ञान व समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. देवी भागवत के एक श्लोक "शशि सूर्य गजरुढा शनिभौमै तुरंगमे। गुरौशुक्रेच दो...
Tilak Pujan: हिन्दुओं में तिलक क्यों लगाया जाता है? जानें इसके नियम और महत्व
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Tilak Pujan: हिन्दुओं में तिलक क्यों लगाया जाता है? जानें इसके नियम और महत्व

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || सनातन धर्म में माथे पर तिलक (Tilak) लगाना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. हिंदू परंपरा में बिना तिलक लगाए कोई भी पूजा संपन्न नहीं होती है और ना पूजा करने की अनुमति होती है. तिलक दोनों भौहों के बीच में अपने कंठ या नाभि पर लगाया जाता है. तिलक लगाने से स्वास्थ्य, मन को एकाग्र करने में बहुत मदद मिलती है. तिलक के द्वारा ये भी पता लगाया जा सकता है कि, आप किस संप्रदाय से संबंध रखते हैं. Types of Tilak: तिलक लगाने का लाभ चंदन का तिलक लगाने से एकाग्रता बढ़ती है. अष्टगंध का तिलक लगाने से विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती है. रोली और कुमकुम का तिलक लगाने से आलस्य दूर होता है. केसर का तिलक लगाने से यश बढ़ता है. गोरोचन का तिलक लगाने से विजय की प्राप्ति होती है. Tilak Lgane ke Niyam: तिलक लगाने का नियम बिना स्नान किए कभी भी तिलक ना लगाएं. पहले अपने ...
Fasting during Janmashtami: श्री कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रख रही जो गर्भवती महिलाएं, अवश्य रखें इन बातों का ध्यान
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Fasting during Janmashtami: श्री कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रख रही जो गर्भवती महिलाएं, अवश्य रखें इन बातों का ध्यान

Janmashtami Fasting Tips For Pregnant Women: श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लोग श्रद्धा भाव से व्रत रखते हैं. इन लोगों में बहुत बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं. अगर आप भी गर्भवती हैं या ब्रेस्‍टफीडिंग करवाती हैं तो व्रत के दौरान कुछ बातों का ख्याल अवश्य रखें.. नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || भारत में बड़ी ही धूमधाम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami) का त्यौहार मनाया जाता है. भगवान में विश्वास रखने वाले लोग इस दिन व्रत रखते हैं. जानकारी के मुताबिक, कुछ लोग रात 12 बजे भगवान कृष्ण जन्म के बाद अपना व्रत खोल लेते हैं. जबकि कुछ लोग रात 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाते हुए फलाहार करते हैं और अगले दिन पूजा के बाद अपना व्रत खोलते हैं. इस पावन अवसर पर कई गर्भवती महिलाएं भी व्रत-उपवास रखती हैं. अगर आप भी एक गर्भवती है या आपके बच्चे का अभी जन्म हुआ है तो आप जन्माष्टमी का व्रत रख...
Janmashtami Vrat: जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी ना करें ये गलती, वरना नाराज होंगे भगवान श्रीकृष्ण, जानें सभी नियम
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Janmashtami Vrat: जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी ना करें ये गलती, वरना नाराज होंगे भगवान श्रीकृष्ण, जानें सभी नियम

Janmashtami Vrat: भाद्रपद माह के अष्टमी वाले दिन भक्त व्रत रखकर धुमधाम से भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाते हैं. जन्माष्टमी के दिन भक्तों को पूजा करते समय पूजा और व्रत रखते समय कुछ नियमों का अवश्य पालन करना चाहिए. इन नियमों के उल्लंघन से भगवान श्रीकृष्ण आपसे नाराज हो सकते है. नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || पुरे देश में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई है. ऐसी मान्यता है कि, भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था. इस दिन श्रद्धालु भक्तिभाव से उपवास रख भगवान का गुणगान करते हुए श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाते हैं. ऐसा कहा जाता है, इस दिन पुर्ण श्रद्धा भाव से भगवान के बाल रूप यानी लड्डू गोपाल की पूजा और व्रत करने से आपको मनवांछित फल प्राप्त होता है. हालांकि जन्माष्टमी व्रत (Janmashtami Vrat) में आप भूलकर भी कुछ गलती कर देते हैं ...
Nag Panchami 2023: आज मनाई जाएगी नाग पंचमी, जानें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
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Nag Panchami 2023: आज मनाई जाएगी नाग पंचमी, जानें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

Nag Panchami 2023: देशभर में आज नाग पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है. देश में के अलग-अलग तरीकों से नाग पंचमी मनाई जाती है. आइए जानते हैं नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि.. नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी (Nag Panchami 2023) का त्योहार मनाया जाता है. देशभर में यह त्योहार इस साल 21 अगस्त यानी आज मनाया जा रहा है. शास्त्रों के अनुसार, साल में दो बार नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन नाग देवता की पूजा-उपासना की जाती है. आइए जानते हैं नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि.. यह भी पढ़ें: Raksha Bandhan 2023 Date: 30 या 31 अगस्त आखिर रक्षाबंधन कब? दूर करें कंफ्यूजन, जानें शुभ मुहूर्त Nag Panchami 2023 Shubh Muhurat: नाग पंचमी शुभ मुहूर्त श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि कि शुरुआत 21 अगस्त, रात 12...
Raksha Bandhan 2023 Date: 30 या 31 अगस्त किस दिन है रक्षाबंधन, दूर करें सभी कंफ्यूजन और जानें शुभ मुहूर्त
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Raksha Bandhan 2023 Date: 30 या 31 अगस्त किस दिन है रक्षाबंधन, दूर करें सभी कंफ्यूजन और जानें शुभ मुहूर्त

Raksha Bandhan 2023 Date: भाई-बहन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता हैं. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं, वहीं भाई उनकी रक्षा का वादा करते हैं. नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || हिंदू धर्म में रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का बेहद खास महत्व है. भाई और बहन के रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन का पवित्र पर्व हर साल श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है. ज्योतिष गणना के अनुसार, इस साल रक्षाबंधन का त्यौहार 30 और 31 अगस्त को मनाया जाएगा. दरअसल भद्रा होने के कारण 30 अगस्त की रात और 31 अगस्त की सुबह यह पर्व मनाना उचित रहेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त को सुबह 11 बजकर 02 मिनट से आरंभ होकर 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 10 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. Raksha Bandhan 2023 Shubh Muhurat: शुभ मुहू...
Aaj Ka Panchang: पुरुषोत्‍तम मास का पहला प्रदोष व्रत, जानें रविवार का पंचांग और राहुकाल का समय
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Aaj Ka Panchang: पुरुषोत्‍तम मास का पहला प्रदोष व्रत, जानें रविवार का पंचांग और राहुकाल का समय

Aaj Ka Panchang, 30 July 2023: रविवार, 30 जुलाई को पुरुषोत्‍तम मास का पहला प्रदोष व्रत है. सावन माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे. आइए जानते हैं आज के शुभ मुहूर्त और अन्य जानकारी.. नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क || 30 July 2023, Aaj Ka Panchang: आज सावन अधिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि विक्रम संवत् 2080 और अंग्रेजी तारीख 30 जुलाई 2023 ई रहेगी. इस वक्त सूर्य दक्षिणायन में है और वर्षा ऋतु है. ज्योतिष के अनुसार, चंद्रमा (Moon) धनु राशि में मौजूद रहेंगे. हिंदू पंचांग को के माध्यम से काल और समय की गणना की जाती है. पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों- तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण से मिलकर बना होता है. यहां हम आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, हिंदूमास आदि की जानकारी प्रदान करने वाले हैं. सूर्योदय का समय : सुबह 5 बजकर 50 मिनट सूर्यास्त का समय : शाम 7 बजकर 30 मि...
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